नमस्कार पंकज मिश्रा आप सब का स्वागत करता हु . आज सोमवार है और आशा है कि आप सब की सप्ताह की शुरुआत अच्छी हुई होगी.
कल आप को बताया था कि क्यु मै बोदूराम के आर्थिक आजादी का प्लान नही बता पाया था। अब आज की बात पढिये.
हुअ यु कि जैसा कि मै आप सब को पहले बता चुका था कि बोदूराम ने नया बिजनेश शुरु किया है आर्थिक आजादी का। तो सुनिये प्लान .
सुबह करीब ५० लोगो का ग्रुप बोदूराम के यहा इकट्ठा था , मै भी पहुच गया प्लान सुनने .
बोदूराम हाथ मे बडी सी छडी लिये ब्लैक बोर्ड पर कुछ समझा रहे थे । लोग बडे चाव से सुन रही थे . बोदूओराम ने बोलना शुरु किया
दोस्तो जैस कि अप लोग जान ही चुके है कि मै नया बिजनेश लान्च कर रहा हु जिसमे कि ना तो उम्र की बन्दिश होगी और ना तो शिक्षा की। यह बिजनेश सभी उम्र सभी बर्ग और सभी जनमानस के लिये है . आप अगर MA पास है तब भी या अनपढ है तब भी इस योजना का लाभ ले सकते है .
कहने क मतलब यह है कि बन्दा बेरोजगार हो तो कमा सकता है अमीर हो तो भी इस योजना के लाभ से अपना मुकाम और उचा कर सकता है । मुझे ही देख लो अब तक इस योजना से करोडो कमा चुका हु .
अब ज्यदा बात आगे ना बढाते हुए मुद्दे पर आते है . आपको करना क्या है ? ये है पहला सवाल .
तो दोस्तो आपको करना सिर्फ़ इतना है कि ८ हजार जमा करना है और ४ लोगो को और जोडना है . जैसे ही और चार लोग जुडेगे आपका पैसा ८
हजार और एक हजार कमाई यानी कुल ९ हजार आपको मिल जायेगा .
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अब जैसे ही आप नौ हजार अपना पा जायेगे हमारा दुसरा राउन्ड शुरु होगा , जो आपने ४ और जोडे थे अब उनकी बारी. अब उन चारो मे से हर एक को अपने नीचे चार जोड्ने होगे. याने कुल १६.
अब हामारे पास कुल होगा १२८ हजार जिसमे से ३६ हजार मिलेगा उन चार लोगो को जिनके अन्डर मे १६ लोग जुडे है ।
और २ हजार मिलेगा उसको जिसके नीचे ये चारो जुडे है , यानी वो पहला बन्दा .
इस तरह ज्यो-ज्यो आप इसमे लोगो को जुदेगे आप को अपना कमिसन मिलेगा .
अब अगर आप ने जोइन करने का मन बना लिया है तो आपको ८ हजार का एक चेक चारसुबिशी के नाम से भेजना होगा।
चारसुबिशी हमारे कम्पनी का नाम है. आपका काम है सिर्फ़ ८ हजार जमा करना और कम से कम १० लोगो को मुझसे मिलवाना , उसमे से आपके लिये चार हीरे खोज लूंगा .
सभी लोगो के जाने के बाद मै बोदूराम के पास गया और बोला,
वाह बोदूराम जी क्या दिमाग चलाया है . बहूत खूब !!
बोदूराम- अरे पन्कज जी आपने प्लान सुना क्या ?
मै बोला - हा सुना भी और समझा भी . वैसे यार बोदूराम अगर सारा पैसा इनमे ही बाट दोगे तो तुम्हे क्या मिलेगा ?
बोदूराम- अरे आप ने शायद प्लान ध्यान से सुना ही नही ।१ लाख २८ हजार मे से सिर्फ़ मै ३८ हजार ही तो बाटा, बाकी तो मेरे पास ही है !!!
अब मेरा दिमाग चकराया और सारी बात समझ मे आयी . मै बोला यार बोदोराम मुझे भी पार्ट्नर बना लो
बोदूराम बोला- पन्कज जी मै किसी अपने को कभी भी ऐसे धन्धे मे शामिल नही करता. पुछो क्यु
मै पुछा- क्यु?
बोदूराम- मै नही चाहता कि कोइ हमारी नाटक मे गड्बडी करे और हम नन्गे पकडे जाये .
हमारे समाज मे ऐसे कई बोदूराम है जो इस तरह का लालच देते है. समझदारी आपकी !!!! नमस्कार !!~~~~
एक चटका यहाँ भी
5 comments:
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
on
September 14, 2009 at 6:07 AM
वाह... मिश्रा जी!
बहुत ही सुन्दर पोस्ट है।
बधाई! -
Unknown
on
September 14, 2009 at 9:24 AM
पंकज जी, प्लीज़ बोदूराम जी का पता बताइए ना, मैं भी उनका शिष्य बनना चाहता हूँ।
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ताऊ रामपुरिया
on
September 14, 2009 at 11:07 AM
लगता है बोदूरामजी ताऊ के पक्के भगत हैं.:)
रामराम. -
दिगम्बर नासवा
on
September 14, 2009 at 3:17 PM
सही कहा pankaj जी .......... इस तरह से लूटने वाले बहूत हैं ...........
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निर्मला कपिला
on
September 14, 2009 at 7:01 PM
paप्म्कज जी कुछ भी कहो आपका बोदू राम है बडे काम की चीज़ ।ओसे साथ ही रखियेगा ।सुन्दर पोस्ट के लिये बधाई
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