बोदूराम गाँव में काफी क्या बोले तो पूरी तरह से उत्पात मचा रखा था . गाँव के सभी उत्पातीयो कोअपने उतपात से त्रस्त कर रखा था .गाँव के सभी लोग उससे जलते थे क्युकी गाँव की सबसे क्यूट छोरी उससे प्यार जो करती थी रामकटोरी .
क्या कहा आपने फोटो . अरे नहीं भाई , फोटो नहीं लगा सकता नहीं तो बोदूराम गुस्सा हो जायेगे औरमेरा ब्लॉग हैक कर लेगे :)अब चलते है में बात पर . हुआ यु कि बोदूराम और रामकटोरी का प्यार देखकर गाँव के सभी छोरे कमछिछोरे:) जलते थे .
सभी लोगो ने प्लान बनाया कि बोदूराम को जहर देकर मार डाला जाय . एक दिन प्लानके मुताबिक बोदूराम को प्रसाद देने के नाम पर जहर से बनाया गया लड्डू दे दिया गया . बोदूराम लड्डू खाया नहीं और अपने झोला में रखकर घर की तरफ आ रहा था . इतने में पता चला कि गाँव में एक सांड पगला गया है और लोगो को दौडाकर- दौडाकर लगा मारने . लोग बाग़ परेशान हो गए . सांड सीधे भागते भागते बोदूराम कि तरफ आया .बोदूराम का हलक सुखाने लगा कि अब तो आज गया . तभी सामने एक पेड़ दिखाई दिया बस क्या था बोदूराम फाटक करके पेड़ पर जा बैठे . साड नीचे आकर लगाफुफकारने . बोदूराम ने आव देखा ना ताव सीधे जहर वाला लड्डू सांड के मुझ पर दे मारा . सांड लड्डू को खा गया ।
बोदूराम ऊपर बैठे सब कुछ देख रहे थे . कुछ देर बाद ही सांड जमीन पर लोटने लगा और थोड़ी ही देर मेंमर गया ।बोदूराम काफी समय तो नीचे नहीं आ रहे थे लेकिन जब देखा सांड एकदम शांत है तो नीचे उतर आये . आते ही सांड का नाडी चेक किये और जब पूरी तरह समझ गए कि सांड मर गया है तब सोचे कि इसका फायदा उठाना चाहिए . क्युकी ताऊ जी ने कहा है कि कैसे भी हो फायदा मिले तो ले लो . बोदूराम तुंरत सांड के ऊपर बैठ गए और लगे घुसा घुसा मरने और चिल्लाने . गाँव वाले आये और बोद्दोराम को इस तरह देखकर उनको लगा किसांड को बोदूराम ने ही मारा है ,
जाकरबोदूराम को पकड़ने लगे और बोले बोदूराम भैया सांड मर गया है . चारो तरफ से बोदूराम कि जयकार के नारे लगने लगे .
अब बोदूराम सेनापती हो गए थे उस छेत्र के राजा केयहाँ . वहा क्या गुल खिलाया कल पढिये . आज के लिए बस . कमेन्ट करने के लिए क्लिक करे !