नमस्कार , पंकज मिश्रा आपके साथ …कल अचानक तो नही मेरे नम्बर भेजने के बाद ब्लाग जगत के बादशाह ……आप तो समझ ही गये होगे कौन?
नही समझे अरे भईया बादशाह है ही कितने अपने समीर लाल “समीर” जी की बात कर रहा हु …..ह तो अपने ब्लागजगत के बादशाह श्री मान समीर लाल जी का फ़ोन आया हमारे पास ….मै तो नम्बर देख कर ही समझ गया कि यह भारत मे तो कही से नही नम्बर है क्युकि यहा से लगभग सारे नम्बर का पहला दुसरा तो मालूम ही रहता है ..
खैर फ़ोन आया तो बात भी हुई ..दमन से घूमते-घूमते वापी ,वलसाड , नवसारी सुरत होते हुए हमारे जनपद जौनपुर तक बात आ गयी और हमारे जनपद मे समीर जी के रिस्तेदार रहते है जानकर खुशी हुई
अन्त मे समीर जी ने मुझसे कहा ..पन्कज और कुछ बताओ.
मेरे मुह से अचानक यही निकल गया जो कि सत्य है, मै बोला-
सर आप शरीर से जितने भारी लगते हो आपकी आवाज उतनी ही पतली है…और इसी बात के साथ प्रणाम के साथ हसते हुए मै और समीर जी ने फ़ोन बन्द किया ..
अब आप जितने लोगो ने आज तक समीर जी से बात किया है बताईये मै सही कहा कि नही ?